Kabeer News

  • होम
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
      • अमरोहा
      • अमेठी
      • अम्बेडकर नगर
      • अलीगढ़
      • आगरा
      • औरैया
      • आजमगढ़
      • इटावा
      • इलाहाबाद
      • उन्नाव
      • एटा
      • कन्नौज
      • कानपुर देहात
      • कानपुर
      • फतेहपुर
      • लखनऊ
      • कासगंज
      • कुशीनगर
      • कौशाम्बी
      • गाज़ियाबाद
      • गाजीपुर
      • गोंडा
      • गोरखपुर
      • गौतम बुद्ध नगर
      • चंदौली
      • चित्रकूट
      • महाराजगंज
      • महोबा
      • मिर्जापुर
      • मुजफ्फरनगर
      • मुरादाबाद
      • मेरठ
      • मैनपुरी
      • रामपुर
      • रायबरेली
      • लखीमपुर खेरी
      • ललितपुर
      • वाराणसी
      • शामली\
      • शाहजहांपुर
      • श्रावस्ती
      • संत कबीर नगर
      • संत रवीदास नगर
      • संभल
      • सहारनपुर
      • सिद्धार्थनगर
      • सुल्तानपुर
      • सोनभद्र
      • हमीरपुर
      • हर्डर
      • हापुड़
      • हाथरस
    • उत्तराखंड
      • देहरादून
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
    • दिल्ली/एन.सी.आर
      • उत्तर दिल्ली
      • उत्तर-पश्चिम दिल्ली
      • दक्षिण दिल्ली
      • नयी दिल्ली
      • पश्चिमी दिल्ली
      • पूर्व दिल्ली
      • पूर्वोत्तर दिल्ली
      • मध्य दिल्ली
    • अरुणाचल प्रदेश
    • असम
    • आंध्र प्रदेश
    • ओडिशा
    • कर्नाटक
    • केरल
    • गुजरात
    • गोआ
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू और कश्मीर
    • झारखंड
    • तमिलनाडु
    • त्रिपुरा
    • नागालैंड
    • पंजाब
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मणिपुर
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मिज़ोरम
    • मेघालय
    • राजस्थान
    • सिक्किम
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • देश
  • दुनिया
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
    • गैजेट
    • ऑटोमोबाइल
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड एक नज़र
    • Celebrity Week
  • लाइफस्टाइल
    • फैशन
    • धर्म-अध्यात्म
    • स्वास्थ्य
  • वीडियो
  • नारी डायरी
  • प्रेरणादायक लेख
  • संपर्क
  • Live News
  • Help Corner
    • उत्तर प्रदेश
      • कानपुर
        • कोचिंग
        • टीचर
        • डॉक्टर
        • हॉस्टल

आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के भतीजे युसूफ की गोली मारकर की गई हत्या

February 2, 2019 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क(बिहार)-: बिहार के सीवान शहर के टाउन थाना क्षेत्र के दखिन टोला में शुक्रवार देर रात अपराधियों ने गैंगस्टर और आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के भतीजे युसूफ की गोली मारकर हत्या कर दी। युसूफ की हत्या के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। युसूफ को बेहद नजदीक से सीने में गोली मारी गई जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी रहे पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को 9 दिसंबर, 2015 को हत्या का दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। पिछले साल 30 अगस्त को उच्च न्यायालय ने उनकी सजा को बरकरार रखा था।  गैंगस्टर से राजनेता बने मोहम्मद शहाबुद्दीन पर हत्या और अपहरण से संबंधित लगभग 63 मामले दर्ज भी दर्ज थे।

आपको बता दें कि सीवान के बाहुबली राजद नेता एवं पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन चर्चित तेजाब हत्याकांड के मामले में  फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। शहाबुद्दीन को निचली अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इस फैसले को चुनौती देते हुए शहाबुद्दीन के वकील ने पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली थी।

सीवान की एक अदालत ने इस मामले में 11 दिसंबर, 2015 को दो भाइयों की तेजाब डालकर हत्या कर देने के मामले में शहाबुद्दीन सहित चार लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। 16 अगस्त, 2004 को सीवान के व्यवसायी चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू के बेटों गिरीश, सतीश और राजीव का अपहरण किया गया था। गिरीश और सतीश की तेजाब डालकर हत्या कर दी गई थी, जबकि राजीव उनके चंगुल से भाग निकलने में कामयाब रहा था।

जानकारी के अनुसार बता दें कि राजनीतिक गलियारों में  मोहम्मद  शहाबुद्दीन का नाम तब चर्चाओं में आया जब उन्होंने लालू प्रसाद यादव की छत्रछाया में जनता दल की युवा इकाई में कदम रखा। पार्टी में आते ही शहाबुद्दीन को अपनी ताकत और दबंगई का फायदा मिला।

उन्हें 1990 में विधानसभा का टिकट मिला। शहाबुद्दीन ने इस चुनाव में जीत हासिल की। उसके बाद फिर से 1995 में उन्होंने चुनाव जीता। उनके बढ़ते कद को देखते हुए पार्टी ने 1996 में उन्हें लोकसभा का टिकट दिया और शहाबुद्दीन की जीत हुई। 1997 में आरजेडी के गठन और लालू प्रसाद यादव की सरकार बन जाने से शहाबुद्दीन की ताकत और बढ़ गई थी।

गौरतलब है कि युसूफ की हत्या की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच कर हंगामा करने लगे। जिसके बाद पहुंची पुलिस ने मामले को नियंत्रित किया। बढ़ते हुए तनाव को देखकर पुलिस ने घटनास्थल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। हत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस आरोपियों की धर-पकड़ के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

Scripted by-Vikas Pal

View Counter (46)

Filed Under: Breaking News, Home Post Slider, बिहार, राज्य

बीजेपी सांसद ने राहुल गांधी को बताया अकल्‍पनीय

January 17, 2019 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क(बिहार)-: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन पर भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी की जमकर पीठ थपथपाई है।जी हाँ हम आप को बता दें कि कल एबीपी न्यूज के प्रेस कॉफ्रेस के दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने तीन राज्यों में जैसा प्रदर्शन कर दिखाया है वो अकल्‍पनीय और अभूतपूर्व है।

बता दें कि राहुल को अध्यक्ष बने केवल एक साल हुआ है। इतने कम समय में ऐसा प्रदर्शन हमेशा याद किया जाएगा। सिन्हा यहीं नहीं रुके। उन्‍होंने आगे कहा है कि अगर आज इंदिरा गांधी जिंदा होतीं तो मैं सिर्फ कांग्रेस में होता।

इस दौरान भाजपा सांसद शत्रुघ्‍न सिन्‍हा ने कहा है कि चुनाव पर नोटबंदी और जीएसटी का असर पड़ा है। नोटबंदी जिस तरह से हुई और फिर उसका जिस तरह से समाज पर असर हुआ। उनका कहना है कि लोगों से कहा गया कि बड़े लोगों यानी की अमीर लोगों का कालाधन सामने आएगा। लेकिन लाइन में सिर्फ गरीब लोग लगे। अमीर नहीं।

उन्होने आगे कहा कि नोटबंदी पूरी तरह से फेल हो गई। तो वहीं जीएसटी से लोगों के सपने चकनाचूर हो गए। जीएसटी की वजह से हर राज्य के कपड़ा व्यापारी नाराज हैं।हांलाकि उन्होने ये भी कहा कि आज हमसे न किसान खुश है और न नौजवान।

मोदी ने जो वादे किए वो पिछले साढ़े चार साल में पूरे नहीं हुए। सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि पांच राज्यों में भाजपा की हार होना, गहन चिंता का विषय है। पार्टी को लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी शरीखे नेताओं का मार्गदर्शन लेना होगा। ऐसा नहीं हुआ तो स्थिति और चिंताजनक हो सकती है। आज पार्टी में ही सबका साथ, सबका विकास हो रहा है।

गौरतलब है कि इस दौरान उन्होने कहा कि मैं गांधी परिवार की प्रशंसा करता हूं। और आज अगर इंदरा गांधी जिंदा होती तो मैं उनकी ही पार्टी में होता।साथ ही उन्होने इस दौरान बसपा सुप्रीमों मायावती और काशीराम जी का जो मेरे ऊपर अयसान है। वो मैं शायद सब के सामने बता भी नही सकता।

Scripted by-Vikas Pal

 

View Counter (5)

Filed Under: Breaking News, Home Post Slider, बिहार, राज्य

उद्घाटन कार्यक्रम में फीटा काटने के बाद नीतीश की सभा रद्द

December 31, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क(बिहार)-:  हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की सभा में बवाल के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा रद्द होने की खबर सामने आई है। बता दें कि नीतीश कुमार एक उद्घाटन कार्यक्रम में नवादा गए थे। वहां जनता नारेबाजी कर रही थी और नीतीश कुमार फीता काटने में व्यस्त थे।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि बिहार के नवादा में पावर ग्रिड सब स्टेशन के उद्घाटन के लिए आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हेलिकॉप्टर से उतरते ही फूल भेंट किए गए थे और आगे बढ़ते ही विरोध के नारे सुनाई देने लगे।वहां मौजूद एक महिला पर्चा लेकर आगे बढ़ी तो उसे पुलिसवालों ने रोक दिया।

बता दें कि महिला का कहना है कि पावर स्टेशन के लिए उसकी दो बीघा जमीन ले ली गई और उसे मुख्यमंत्री से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है।महिला ने कहा हम क्या खाएंगे,क्या पिएंगे तो वहीं कार्यक्रम स्थल पर लोगों की भीड़ मानने वाली नहीं थी।

पुलिस के रोकने के बावजूद लोग नारे लगाते रहे। ये वो लोग हैं जिनकी जमीन पावर सब स्टेशन बनाने के लिए ली गई थी। नारेबाजी और लोगों के विरोध का असर यह हुआ कि नीतीश कुमार की आम सभा रद्द कर दी गई और मुख्यमंत्री पावर सब स्टेशन का फीता काटकर निकल गए।

जेडीयू कार्यकर्ताओं ने किसानों को पीटा-

नीतीश कुमार तो मुख्यमंत्री हैं लेकिन जेडीयू कार्यकर्ताओं का जलवा भी कम नहीं है। जहानाबाद में जेडीयू ने बिहार सरकार के दो मंत्री, राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और कृष्ण नंदन वर्मा का नागरिक अभिनंदन करना चाहती थी। दोनों मंत्री जहानाबाद के अब्दुल बारी नगर भवन में पहुंचे तो जिले के किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया। किसानों की नारेबाजी और हंगामे से जेडीयू कार्यकर्ता इतने नाराज हुए कि उन्होंने किसानों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं जिसमें कई किसान जख्मी हो गए।

Scripted by-Vikas Pal

View Counter (4)

Filed Under: Breaking News, Home Post Slider, बिहार, राज्य

घर के लिए चाचा को पुकार रहें है तेजप्रताप

December 28, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क- राजद सुप्रीमों लालू यादव के बड़े बेटे तेज़ प्रताप यादव को अपनी मां और पत्नी से अलग रहने के लिए मकान मिल गया हैं। लेकिन उन्हेंइस मकान को मिलने में हो रही देरी पर तेजप्रताप को अपने किसी खास चाचा की याद आ गई है।

 

जी हां तेज प्रताप यादव ने अपने कुछ शुभ चिंतकों की सलाह पर बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को कई बार फ़ोन किया। हर बार एक ही सवाल पूछा- चाचा हमको मकान नहीं मिलेगा ? हालांकि तेजप्रताप यादव को विधायक और पूर्व मंत्री होने के आधार पर विधान सभा के पूल से एक अच्छे घर का आवंटन हो गया लेकिन तेज़ प्रताप के नजदीकी लोगों का कहना हैं कि जब तेज़ प्रताप यादव को इस बात का अंदाज़ा हो गया कि केवल आवेदन लिखने और मीडिया के माध्यम से घर अगले विधान सभा चुनाव तक भी नहीं मिलेगा तब उन्होंने ख़ुद मुख्य मंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने का निर्णय लिया और उन्होंने मकान न होने का दुखड़ा रोया।

तो वही दूसरी ओर सीएम नीतीश कुमार तेज घर के इस पचड़े में नहीं पड़ना चाहते थे। और इसलिए  तेजप्रताप की इस मांग पर नीतीश ने सकारात्मक रुख दिखाया है, लेकिन वह इस पर अंतिम फैसला लालू प्रसाद यादव से बातचीत के बाद ही लेंगे।

खबर के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाने पर कोई सफलता न मिलने के चलते तेज प्रताप यादव ने नीतीश कुमार को कॉल कर कहा, ‘चाचा, मुझे घर नहीं मिलेगा?’ बता दें कि शादी के छह महीने के अंदर पत्नी ऐश्वर्या से तलाक की अर्जी दाखिल करने के बाद से तेज के अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। इसी वजह से तेज नीतीश कुमार से मदद मांगकर अपने लिए एक बंगले की चाह रख रहे हैं।

तो वही अब उन्हें राजद अध्यक्ष लालू यादव ने भी संदेश भिजवाया कि जल्द से जल्द मकान का आवंटन कर दिया जाये जिससे तेज़ प्रताप कम से कम मथुरा वृंदावन का चक्कर न लगाएं और पटना में ही रहे। इसके बाद भवन निर्माण विभाग ने तेज़ प्रताप यादव को वही मकान आवंटित किया हैं। जहां नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद कुछ महीने रहे थे। इस बीच गुरुवार को तेज़ प्रताप यादव ने एक महिला की शिकायत पर पटना के फुलवारीशरीफ़ थाने में काफ़ी हंगामा किया। यहां उनके मामा और पूर्व सांसद साधु यादव भी उनके पक्ष में पहुंच गए। माना जाता हैं कि तेज़ प्रताप यादव आजकल अपने मां और भाई से ज़्यादा मामा के निर्देशन में चल रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, तलाक के लिए अर्जी देने के वक्त से ही तेज प्रताप पटना स्थित अपने 10, सर्क्युलर रोड बंगले में नहीं रह रहे हैं। वहां वह अपनी मां राबड़ी देवी और पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ रहते थे। तेज प्रताप ने कहा था कि वह तभी वापस लौटेंगे जब परिवार तलाक देने का उनका फैसला मान लेगा।

 

View Counter (4)

Filed Under: Home Post Slider, बिहार, राज्य

सीट बंटवारे पर बिहार में बनी सहमति, बीजेपी अध्यक्ष के घर हुआ फैसला

December 23, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क- बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में लोकसभा चुनाव 2019 में सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ऐलान किया कि भाजपा और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। जबकि एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में अमित शाह के घर बैठक हुई। रहे।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर हुई बैठक के बाद बीजेपी-जेडीयू-एलजेपी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की गई । इस बैठक में बिहार सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके बेटे सांसद चिराग पासवान भी मौजूद रहे। इस घोषणा के बाद शाह ने जहां 2019 में 2014 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया, वहीं नीतीश कुमार ने कहा है कि एनडीए बिहार में 2009 से भी अधिक सीटें जीतेगी।

पासवान करेंगे राज्यसभा को प्रस्थान

मीडिया खबरों के मुताबिक, सीट शेयरिंग में यह भी तय किया गया कि एनडीए की तरफ से एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान राज्यसभा भेजे जाएंगे। इस दौरान सीट शेयरिंग पर रामविलास पासवान ने कहा, मैं अमित शाह, जेटली जी, नीतीश कुमार और चिराग को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने सीट बंटवारे पर फैसला कराया। एनडीए अगली बार दोबारा सत्ता में आएगी।

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच सीटों पर सहमति के बाद शनिवार को इसकी घोषणा होनी थी, लेकिन इसको रविवार तक के लिए टाल दिया गया।

बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘एनडीए की गठबंधन की स्ट्रेंथ को देखकर तीनों पार्टियों ने फैसला लिया है। जल्द ही एनडीए का राजनीतिक अजेंडा लोगों के सामने लेकर जाएंगे।’

इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि ‘जब अमित शाह ने घोषणा कर दी तो उसके बाद कुछ बोलने की आवश्यकता नहीं है तो हम सब मिलकर आगे तय करेंगे। किस सीट पर कौन लड़ेगा। आज सीट शेयरिंग तय हो गई है।’ बिहार सीएम ने कहा, ‘हम बिहार में अच्छी सफलता हासिल करेंगे। मुझे जरूरत से ज्यादा बोलने की आदत नहीं है। 2009 में बिहार में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन था, बिहार में 40 में से 32 सीटें हमने हासिल की थीं। 2009 से भी ज्यादा सीटों पर जीतेंगे। हम लोग मिलकर सशक्त अभियान चलाएंगे।’

पासवान को मनाने था मुश्किल…

गौरतलब है कि शुक्रवार को खबरें आई थी कि राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी सीटों के बंटवारे को लेकर राजी हो गई थी। शुक्रवार को राम विलास पासवान ने अपने बेटे चिराग पासवान के साथ वित्तमंत्री अरुण जेटली से इस वजह से मुलाकात की थी। इससे पहले एलजेपी सांसद चिराग पासवान ने एनडीए में सीट शेयरिंग की तस्वीर साफ न होने पर अपना असंतोष जाहिर करते हुए इसे जल्द करने के लिए कहा था। पार्टी की ओर से 31 दिसंबर तक का अल्टिमेटम दिया गया था। बिहार में गठबंधन को बचाने और एलजेपी को मनाने के लिए खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को आगे आना पड़ा। उन्होंने पासवान पिता-पुत्र से मिलकर मामले पर चर्चा की थी।

अब हमारे बीच सब अच्छा है पासवान…

एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्म्युला तय हो जाने के बाद पासवान भी काफी सहज नज आए। उन्होंने दावा किया कि गठबंधन पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक था और आगे भी रहेगा। हालांकि पिछले दिनों उनके बेटे चिराग पासवान ने सीट शेयरिंग को लेकर बीजेपी पर दबाव बनाया था। इसके बाद पासवान के एनडीए से निकलने की आशंका भी जताई जा रही थी। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पासवान ने कहा कि ‘मैं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, नीतीश कुमार और अरुण जेटली को बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं। हमारे अंदर कभी कुछ गड़बड़ नहीं थी। अगली बार फिर मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी। बिहार में 40 में से 40 सीटों का टारगेट है।’

तेजस्वी ने कसा तंज

सीट शेयरिंग तय होने के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि जनादेश चोरी के बाद भी भाजपा बिहार में इतनी मजबूत हुई कि 22 वर्तमान सांसद होने के बावजूद 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी और 2 एमपी  वाले नीतीश जी भी 17 सीट पर लड़ेंगे। अब समझ जाइए एनडीए  के कितने पतले हालात हैं।

View Counter (12)

Filed Under: Home Post Slider, बिहार, राज्य

बिहार महागठबंधन का अमित शाह को डर, पासवान से मिलने पहुंचे बिहार

December 21, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क- पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव सेमीफाइनल के बाद लोकसभा के फाइनल मुकाबले के लिए सियासी गलियारों में गतिविधियां तेज हो गई हैं। हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के बाद महागठबंधन को विस्तार मिलता दिख रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को बिहार में एनडीए के सहयोगी रहे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा कांग्रेस नेतृत्व में यूपीए में शामिल हो गए। जहां एक तरफ RLSP के शामिल होने से बिहार में महागठबंधन और मजबूत हुआ। लेकिन सीटों के लिहाज से सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की तस्वीर अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।

तो वही दूसरी ओर बिहार में तीखे तेवर दिखाने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को डर सताने लगा है। और इसी वजह से वह एलजेपी को मनाने के लिए खुद बिहार पहुंच गए। बीजेपी अध्यक्ष शाह ने गुरुवार को रामविलास पासवान और चिराग को संदेश भिजवाकर घर बुलवाया और गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश की। इसके साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में बीजेपी अपने गठबंधन के सहयोगी के लिए सीटों की संख्या बढ़ाने को तैयार हो गई है। शुक्रवार को एक और बैठक के बाद सीटों के ऐलान की भी संभावना है।

गौरतलब है कि बिहार में एनडीए की सहयोगी एलजेपी ने दो दिन पहले ही सीट शेयरिंग को लेकर चेतावनी दी थी इसके बाद से ही पार्टी हाईकमान में हलचल बढ़ गई थी। तो वही गुरुवार को हुई बैठक के बाद एक ओर बीजेपी के जनरल सेक्रटरी भूपेंद्र यादव कह रहे हैं कि गठबंधन बरकरार है, दूसरी ओर एलजेपी इस पर खामोश थी लेकिन निजी तौर पर इसके नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि बातचीत चल रही है और एलजेपी एनडीए का ही हिस्सा रहेगी। एलजेपी में एक सूत्र ने कहा, ‘शुक्रवार को एक दूसरी मीटिंग होगी और डील की घोषणा कर दी जाएगी।’

गौरतलब है कि जब अमित शाह और एलजेपी के बीच मीटिंग चल रही थी तब भूपेंद्र यादव मीटिंग के दौरान अमित शाह के आवास में ही मौजूद थे। उन्होंने कहा कि गुरुवार को अमित शाह और एलजेपी नेता राम विलास पासवान, उनके बेटे चिराग पासवान और भाई पशुपति नाथ के बीच बातचीत ठीक रही और सहयोगी सीट शेयर के फॉर्म्युला पर राजी भी हो गए हैं।

इसके साथ ही एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के बयानों की ‘भाषा’ को सियासी गलियारों में 2019 की ‘हवा के रुख’ से जोड़कर देखा जाने लगा था।

क्या बोले गठबंधन पर तेजस्वी यादव…

गुरूवार को बिहार के महागठबंधन को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने रलोसपा को औपचारिक रूप से शामिल करने के लिए पत्रकार सम्मेलन में कहा कि यह दलों का नहीं, बल्कि दिलों का गठबंधन हैं। वहीं रालोसपा अध्यक्ष ने उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्र पर बिहार से किए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।

तेजस्वी ने कहा, आज महागठबंधन में उपेंद्र कुशवाहा जी के आने पर उनको बधाई देता हूं। यह दलों का नहीं, जनता के दिलों का गठबंधन है। यह संविधान और देश को बचाने की लड़ाई है। सीबीआई, ईडी या आरबीआई जैसी संस्थाओं को बचाने की लड़ाई है। यह उन लोगों के खिलाफ लड़ाई है, जिन्होंने जनता को धोखा दिया है।

राजद नेता ने इतने पर ही शांत नहीं हुए उन्होंने केंन्द्र को तानाशाही सरकार कहा है उन्होंने कहा कि, केंद्र की मौजूदा सरकार देश में ही तानाशाही नहीं कर रखी है, बल्कि अपने घटक दलों के साथ भी तानाशाही रवैया अपनाया है।

नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, कहा जाता है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, जबकि ऐसा नहीं है। एक इंजन अपराध में है और दूसरा भ्रष्टाचार में है। तेजस्वी ने एक जैसी विचारधारा वाली पार्टियों से एनडीए के खिलाफ एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि उनके नेताओं को राष्ट्र हित में अपने अहंकार को छोड़ना होगा।

तो वही राजद नेता के साथ कुशवाहा ने भी केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उनका कहना है कि  उनकी पार्टी की ताकत को कमजोर करने और खत्म करने का प्रयास हो रहा था, ताकि वह सामाजिक न्याय के पक्ष में आवाज न उठा सकें। उन्होंने इसके पीछे नीतीश कुमार का हाथ होने का आरोप लगाया। कुशवाहा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व राजद नेता लालू यादव को उन्हें गठबंधन का हिस्सा बनाने के लिए धन्यवाद दिया।

दस दिन की जगह चंद घंटों में माफ किया कर्ज: माझी…

इस मौके पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी ने कहा कि कुशवाहा ने ऐसे समय में महागठबंधन में आने का काम किया है, जब ऐसे नेताओं की जरूरत थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सत्ता में आने के दस दिनों भीतर किसानों की कर्ज माफी की बात कही थी। लेकिन उन्होंने चंद घंटों मे यह कर दिखाया। माझी ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ेगा।

लोकसभा चुनाव लड़ने के बजाय राज्यसभा जाना चाहते है- पासवान…

उधर खबर है कि एलजेपी और बीजेपी के बीच ताजा मनमुटाव महज बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर नहीं है। कहा जा रहा है कि पासवान लोकसभा चुनाव लड़ने के बजाय राज्यसभा जाना चाहते हैं। ऐसा बीजेपी के सहयोग के बिना सम्भव नहीं है। शुरू में बीजेपी ने संकेत दिए थे, लेकिन अब बीजेपी इस पर बात ही नहीं कर रही, न ही लोकसभा सीटें बढ़ाने को तैयार है। एलजेपी को लगता है कि हालिया हार के बाद बीजेपी पर दबाव बनाने का बढ़िया मौका है।

View Counter (11)

Filed Under: Home Post Slider, देश, बिहार, राज्य

तलाक अर्जी पर पटना फैमिली कोर्ट पहुंचे तेजप्रताप यादव

November 29, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क- लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव की तलाक अर्जी पर आज पटना के फैमिली कोर्ट में सुनवाई होगी। बताया जा रहा है कि तेजप्रताप यादव बुधवार को ब्रज से दिल्‍ली पहुंचे थे और गुरुवार को फ्लाइट के जरिए दिल्ली से सीधे पटना पहुंचेंगे। उधर, उनकी पत्नी ऐश्वर्या के परिवार ने भी कोर्ट में तेजप्रताप की तलाक अर्जी का जवाब देने की तैयारी कर ली है। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि तेजप्रताप यादव आज पटना कोर्ट पहुंचकर अपनी तलाक की अर्जी वापस ले सकते हैं। तेजप्रताप यादव के खास मित्र और पूर्व जेल विजिटर लक्ष्मण प्रसाद ने तलाक अर्जी को लेकर ये बड़ा खुलासा किया है।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बेटे तेज प्रताप यादव के तलाक की अर्जी पर सुनवाई का काउंटडाउन शुरू है। तो वही इस बीच, तेज प्रताप के भाई तेजस्‍वी ने इस मामले में अपनी चुपी तोड़ दी है। उधर, तेज प्रताप की पत्‍नी ऐश्‍वर्या तथा उनके माता-पिता ने पूरी तरह चुप्‍पी साध रखी है। अब ऐश्‍वर्या गुरुवार को अपनी बात कोर्ट में ही रखेंगी।

छोटे भाई ने कहा दोनों फैसला लेने में सक्षम’…

उधर, इस मुद्दे को लेकर जारी राजनीतिक बयानबाजी पर पिछले दिनों तेज प्रताप के छोटे भाई और बिहार के पूर्व डेप्युटी सीएम तेजस्वी ने निशाना साधा था। तेजस्वी ने कहा था कि दोनों लोग वयस्कब हैं और अपने जीवन का फैसला लेने में सक्षम हैं। उन्हों ने यह भी कहा था कि तलाक का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।

विधानसभा सत्र व तलाक की सुनवाई को ले आने की अटकलें…

माना जा रहा है कि तलाक के मुकदमे की सुनवाई के दिन 29 नवंबर को वे पटना में रहेंगे। तलाक के मुकदमे के अलावा इन दिनों बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी तेज प्रताप के आने की उम्मीद  है। वे राजद विधायक भी हैं। विधानसभा सत्र में भाग लेने की अटकलें अभी भी बनी हुई हैं।

क्या है मामला…

ज्ञात हो कि तेज प्रताप यादव ने पत्‍नी ऐश्‍वर्या पर प्रताड़ना का आरेाप लगाते हुए पटना के फैमिली कोर्ट में तलाक का केस दर्ज किया है। इस मामले में परिवार का समर्थन नहीं मिलने से नाराज होकर पर वे तीर्थों की ओर निकल गए हैं। बता दें कि पत्नी ऐश्वर्या के खिलाफ तलाक की अर्जी दाखिल करने के बाद से ही तेज घर नहीं लौटे थे। पिछले कुछ दिनों में तेज प्रताप वृंदावन और मथुरा में कई बार धार्मिक वेशभूषा में सत्संग और मंदिरों में दर्शन-पूजन करते दिखे थे। इस बीच पिता लालू प्रसाद यादव व मां राबड़ी देवी सहित सभी परिजन उन्‍हें समझाने में जुटे हैं।

बता दें कि लालू प्रसाद यादव का परिवार तेज को पत्नी ऐश्वर्य राय से तलाक की अर्जी वापस लेने के लिए मनाने में जुटा है लेकिन तेज मानते नहीं दिख रहे। 1 नवंबर को तलाक की अर्जी देने के बाद वह रांची गए। वहां से वह वाराणसी, विंध्याचल, वृंदावन चले गए। बेटे की जिंदगी में चल रही उथल-पुथल के कारण राबड़ी देवी ने इस बार छठ की पूजा भी नहीं की थी। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अब तेज वापस लौटे हैं।

परिवार के करीबियों पर उनके घर तोड़ने का आरोप…

राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव के अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक का मामला सामने आने के बाद लालू परिवार के ही कुछ करीबियों पर ही घर फोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है। तेजप्रताप ने इस प्रकरण के शुरू में सारा ठीकरा तीन लोगों पर फोड़ा था। इनमें दो ऐसे लोग हैं जो उनके ही आवास पर रहने वाले कर्मी हैं।

विधानसभा की बैठक में नही पहुंचे ऐश्वर्या के पिता…

ऐश्वर्या के पिता के कदम से आरजेडी में हलचल दूसरी तरह अब ऐश्वर्या के परिवार ने लालू यादव के परिवार से दूरी बनानी भी शुरू कर दी है। इसकी झलक उस वक्त देखने को मिली, जब बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही के बाद आगामी रणनीति तय करने के लिए तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर आरजेडी विधायकों की बैठक बुलाई और इस बैठक में ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय नहीं पहुंचे।

चंद्रिका राय आरजेडी के विधायक हैं और उनकी गिनती पार्टी के दिग्गज नेताओं में होती है, इसलिए बैठक में उनकी अनुपस्थिति को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। बैठक खत्म होने तक उनका इंतजार होता रहा। हालांकि चंद्रिका राय विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हुए थे, लेकिन बैठक में शामिल नहीं हुए।

View Counter (10)

Filed Under: Home Post Slider, बिहार, राज्य

ऐश्वर्या से तलाक के सवाल पर तेज प्रताप बोले क्या करें, मर जाएं हम…फांसी लगा

November 6, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क- राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव तलाक के मुद्दे पर अब परिवार में एकदम अकेले हो चुके हैं। परिवार का नाम खराब होने के सवाल पर तेज प्रताप ने कहा, ‘क्या करें, मर जाएं हम…फांसी लगा लें।’ मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का भी जिक्र है कि ऐश्वर्या अपने पिता चंद्रिका प्रसाद राय को सारण लोकसभा सीट से टिकट दिलाना चाहती थीं, जिसके लिए वह लगातार तेज प्रताप पर दबाव बना रही थीं।

तेजप्रताप ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के मामले पर बोधगया में अपनी चुप्पी तोड़ी। कहा कि घुट-घुटकर जीने से कोई फायदा नहीं। ऐश्वर्या साउथ पोल तो मैं नॉर्थ पोल हूं। परिवार के लोगों के सामने भी झगड़ा हुआ। तीर कमान से निकल चुका है, मैं इसे वापस लेने वाला नहीं हूं। बहुत लोगों ने राजनीतिक माइलेज लेने के लिए भी बहुत कुछ किया है, सभी बातों को कोर्ट के सामने रखूंगा। गौरतलब है कि तेज ने गुरुवार को ऐश्वर्या से तलाक की अर्जी पटना के पारिवारिक न्यायालय में दायर की है।

हालांकि, तेज को तलाक के मुद्दे पर परिवार ने नकार दिया है और बहू ऐश्वर्या राय को सपॉर्ट किया जा रहा है। तेज प्रताप का कहना है कि ऐश्वर्या हाई सोसायटी की हैं और उनकी शिक्षा भी मेल नहीं खाती है। रांची में रविवार को अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलकर पटना लौट रहे तेज प्रताप बुखार और जलन से पीड़ित होने की वजह से बोधगया में ही रुक गए।

इसके साथ ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने निजी जीवन से अपनी नवब्याहता ऐश्वर्या राय को बाहर करने के पहले सोशल मीडिया से भी डिलीट कर दिया। उन्होंने फेसबुक, ट्विटर एवं इंस्टाग्राम से अपने विवाह की सभी तस्वीरें और वीडियो डिलीट कर दिए है।

शनिवार को उन्होंने आरोप लगाया कि शादी कराकर ओमप्रकाश व नागमणि ने उन्हें मोहरा बनाया। ये दोनों सरायकला में रहने वाले उनके मामा के लड़के हैं। विपिन और ओमप्रकाश ने तमाशा किया है। मैंने शुरू में भी मना किया था शादी नहीं करेंगे,

लेकिन इन लोगों ने हंगामा किया। हम कुछ भी अच्छा करते हैं तो उसे परिवार में खराब बताया जाता है। ऐश्वर्या हाईसोसाइटी की है, मुझसे उसकी शिक्षा भी नहीं मिलती। झगड़ा के समय ऐश्वर्या ने कहा भी था कि क्यों नहीं तलाक दे देते हो। हमने सारी चीजें परखीं, तब कोर्ट के शरण में गए। यह जल्दबाजी का फैसला नहीं है। तीर कमान से निकल गया है। अब कोई भी बोल दे, प्रधानमंत्री भी बोल दें तो मैं मानने वाला नहीं हूं।

तो वही पटना रवाना होने से पहले तेजप्रताप का दर्द मीडिया के सामने फिर से छलका और उनकी आंखें डबडबा गईं। तेजप्रताप यादव ने मीडियाकर्मियों से कहा कि परिवार में कोई भी उन्हें सपोर्ट नहीं कर रहा है। वे घुट-घुटकर नहीं जीना चाहते हैं।

तो क्या यह है तलाक की वजह?

मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का भी जिक्र है कि ऐश्वर्या अपने पिता चंद्रिका प्रसाद राय को सारण लोकसभा सीट से टिकट दिलाना चाहती थीं। इसके लिए वह लगातार तेज प्रताप पर दबाव बना रही थीं। तेज प्रताप का आरोप यह भी है कि ऐश्वर्या हनीमून मनाने के लिए इंडोनेशिया के बाली जाना चाहती थीं लेकिन धार्मिक प्रवृत्ति की वजह वह वहां जाने के पक्ष में नहीं थे।

बीते शुक्रवार को पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दायर करने के बाद से तेजप्रताप यादव के साथ सब कुछ उल्टा हो रहा है। एक तरफ जहां वे परिवार में अलग पड़ गए हैं वहीं पिता से भी बात नहीं बनी। तेजप्रताप का यह भी आरोप है कि परिवार ने उन्हें नकारते हुए ऐश्वर्या को ही सपोर्ट करना शुरू कर दिया है। पूरी घटना के बाद से तेज प्रताप लगातार मानसिक दबाव झेल रहे हैं और इसी कारण उनकी तबीयत भी बिगड़ी थी। सबकी नजरें इस बात पर टिकीं हैं की तेजप्रताप पटना आने के बाद क्या कुछ करते हैं और सुलह की कोशिशें क्या रंग लाती हैं?

View Counter (19)

Filed Under: Home Post Slider, बिहार, राज्य

बिहार में सीट शेयरिंग पर उखड़े उपेन्द्र कुशवाह, मिले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से

October 27, 2018 by kabeer

कबीर न्यूज डेस्क- राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अरवल स्थित गेस्ट हाउस में मुलाकात कर ये संकेत दिया है कि सीट शेयरिंग में दो से ज्यादी सीटें नहीं मिलने पर वो कोई भी फैसला कर सकते हैं।

जी हां जहां एक ओर 2019 लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी और जेडीयू के बीच ’50-50′ डील के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी और तेज हो गई है। इस डील के बाद बिहार में एनडीए के अन्य सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने अब बीजेपी पर दबाव की राजनीति शुरू कर दी है। इसी क्रम में आरएलएसपी चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बात की है।

इस बातचीत के बाद कुशवाहा ने दावा किया कि अभी सीटों की संख्या (किस पार्टी को कितनी सीटें) पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। हालांकि आगे के पत्ते नहीं खोलते हुए कुशवाहा ने सिर्फ इतना कहा कि अभी वह इस मामले में और कुछ नहीं कह सकते

सीट शेयरिंग का मामला है बवाल

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग का मामला अब तूल पकड़ने जा रहा है। दिल्ली में बीजेपी के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा होते ही घटक दलों में भी खलबली मच गई है। शुक्रवार के दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात अरवल के सर्किट हाउस में हुई। सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों के बीच गुफ्तगू भी हुई। उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘उपेंद्र कुशवाहा को पहले भी अपनी पार्टी में न्योता दे चुके हैं।’

गौरतलब है कि अरवल सर्किट हाउस में दोनों ही नेताओं ने तकरीबन 15 मिनट तक राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा भी की। इस मामले पर जब रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से पूछा गया वो सीटों के बंटवारे के मुद्दे से साफ इनकार कर गए। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ‘हम एनडीए के साथ थे और एनडीए के साथ ही रहेंगे।’

अमित शाह से मुलाकात के बाद हुआ ऐलान

लोकसभा चुनाव में भले ही अभी देर हो, लेकिन इसकी चुनावी बिसात बिछनी शुरू हो गई है। दिल्ली में शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद दोनों ने सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान कर दिया।

तेजस्वी से मुलाकात के बाद कुशवाहा ने कहा कि एनडीए में सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। बीजेपी और जेडीयू में सीटों की सहमति को लेकर आरएलएसपी नेता ने कहा कि 50:50 के फार्मूले का कोई अंत नहीं है। यह 5-5 सीट या 15-15 सीट या 25-25 सीट भी हो सकता है। जब तक कुछ तय नहीं होता है तब तक कुछ बोलना कैसे संभव है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि एनडीए की बैठकों में उन्हें इग्नोर किया जा रहा है। कुशवाहा ने कहा कि वह एनडीए में हैं। यह संयोग है कि तेजस्वी भी अरवल में ही थे।

बीजेपी और जेडीयू में बन गई बात

बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में बीजेपी-जेडीयू में सीट शेयरिंग फॉर्म्युला फाइनल हो चुका है। इसका ऐलान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने संयुक्त रूप से किया सूत्रों की मानें तो दोनों पार्टियां 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि एलजेपी 4 और आरएलएसपी 2 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। हालांकि अभी तक अधिकारिक तौर पर इसका ऐलान नहीं हुआ है।

View Counter (7)

Filed Under: Home Post Slider, देश, बिहार, राज्य

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की लेगें जेडीयू की सदस्यता, 2014 में बीजेपी की जीत में सबसे बड़ा हाथ

September 16, 2018 by kabeer Leave a Comment

पटना – चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब राजनेता बनने जा रहे हैं। वैसे तो उनके राजनीतिक करियर को लेकर कई बार अटकलें लगती रही हैं लेकिन इस बार यह पुख्ता तौर पर कहा जा रहा है। किशोर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के साथ इसकी शुरुआत कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि रविवार को ही वह नीतीश कुमार की मौजूदगी में जेडीयू की सदस्यता ले सकते हैं। बता दें कि 2015 में प्रशांत नीतीश कुमार के लिए बिहार चुनाव में रणनीतिकार की भूमिका निभा चुके हैं।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक से पहले वह मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के समक्ष पार्टी की सदस्यता लेंगे। इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

41 साल के प्रशांत किशोर के राजनीति में आने की अटकलें लगातार चल रही थीं और अब एक तरह से इसकी पुष्टि होती दिख रही है। किशोर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी, बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं।

गौरतलब है कि पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर को एक समय चुनाव में जीत की गारंटी माना जाता है। साल 2014 के चुनाव प्रचार में बीजेपी के प्रचार को उन्होंने ‘मोदी लहर’ में बदल दिया था और नतीजा बीजेपी की बंपर जीत के तौर पर सामने आया था। वहीं बिहार के विधानसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस महागठंबधन को जीत दिलाने में  उनकी अहम भूमिका मानी गई।

पीके ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मतभेद की खबरें आने के बाद एनडीए और बीजेपी का साथ छोड़ा और उन्होंने साल 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन आरजेडी,जेडीयू,कांग्रेस के लिये प्रचार की कमान संभाल ली।

2015 के इस चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था और बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनी थी।  मूल रूप से बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले प्रशांत किशोर की जेडीयू में चुनाव से ठीक पहले होने वाली इंट्री ने बिहार के राजनीतिक गलियारों में फिर से सुगबुगाहट तेज कर दी है। प्रशांत किशोर को नीतीश ने अपनी सरकार में कैबिनेट मंत्री के दर्जे वाला पद दिया था हालांकि उनको ये सुविधा और पद ज्यादा दिन नहीं मिल सका था।

बता दें कि पिछले दिनों हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस में एक संवाद के दौरान पीके ने यह संकेत दे दिया था कि अब वह चुनावों में किसी पार्टी के साथ जुड़कर काम नहीं करेंगे। इस संवाद के दौरान पीके ने कहा था कि वह जनता के बीच जाकर उनके बीच काम करना चाहते हैं जो कि उनका पसंसदीदा काम है। इस बारे में पूछे जाने पर कि वह कहां काम करना पसंद करेंगे, किशोर ने बिहार और गुजरात का नाम लिया था।

इसके बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रशांत जेडीयू के साथ राजनीतिक करियर शुरू कर सकते हैं। हालांकि संवाद के दौरान इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने किसी भी दल के साथ जुड़ाव की बात को खारिज कर दिया था।

View Counter (9)

Filed Under: Breaking News, Home Post Slider, देश, बिहार, राज्य

Next Page »

वीडियो

Posted by Kabeernews on Wednesday, January 16, 2019

View Counter (8356)

View Counter (13345)

View Counter (13329)

आप की खबर

अजब-गज़ब

Visitor Counter

305054
Visit Today : 408
Visit Yesterday : 1585
This Month : 14507
This Year : 40298
Total Visit : 305054
Hits Today : 1319
Total Hits : 1508309
Who's Online : 15

स्वास्थ्य

मोटापे पर आईएमऐ व स्वास्थ नेशजन चलायेगा जागरूकता अभियान

मोटापे पर आईएमऐ व स्वास्थ नेशजन चलायेगा जागरूकता अभियान

लहसुन, प्याज,  अदरक के रस से पाए झड़ते बालों से निजात

लहसुन, प्याज, अदरक के रस से पाए झड़ते बालों से निजात

प्रदेश की पहली स्त्री कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेशु अग्रवाल ने ब्रेस्ट एव स्त्री कैंसर के लिए किया मुफ्त ओपीडी प्रबन्ध

प्रदेश की पहली स्त्री कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेशु अग्रवाल ने ब्रेस्ट एव स्त्री कैंसर के लिए किया मुफ्त ओपीडी प्रबन्ध

कानपुर

पत्नी से बात के दौरान हुआ विस्फोट,सब खत्म

पत्नी से बात के दौरान हुआ विस्फोट,सब खत्म

स्मार्ट सिटी के लिए स्मार्ट कार्ड तैयार, राष्ट्रपति करेंगे शुरुआत

स्मार्ट सिटी के लिए स्मार्ट कार्ड तैयार, राष्ट्रपति करेंगे शुरुआत

23 को शहर आ सकते हैं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, शुरू हो गईं तैयारियां

23 को शहर आ सकते हैं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, शुरू हो गईं तैयारियां

फैशन

प्रियंका चोपड़ा ने बताए गर्मियों में किस तरह के कपड़े पहनने से मिलेगा स्टाइलिश लुक

प्रियंका चोपड़ा ने बताए गर्मियों में किस तरह के कपड़े पहनने से मिलेगा स्टाइलिश लुक

बेबो के जलवे सोशल मीडिया में मचा रहे हैं धूम, आप भी देखिए

बेबो के जलवे सोशल मीडिया में मचा रहे हैं धूम, आप भी देखिए

कहीं आपके गहनों की चमक फीकी न पड़ जाए, ऐसे करें रख-रखाव

कहीं आपके गहनों की चमक फीकी न पड़ जाए, ऐसे करें रख-रखाव

© 2019 Kabeer News. All Rights Reserved. | Designed by WEBCURE

  • होम
  • राज्य
    ▼
    • उत्तर प्रदेश
      ▼
      • अमरोहा
      • अमेठी
      • अम्बेडकर नगर
      • अलीगढ़
      • आगरा
      • औरैया
      • आजमगढ़
      • इटावा
      • इलाहाबाद
      • उन्नाव
      • एटा
      • कन्नौज
      • कानपुर देहात
      • कानपुर
      • फतेहपुर
      • लखनऊ
      • कासगंज
      • कुशीनगर
      • कौशाम्बी
      • गाज़ियाबाद
      • गाजीपुर
      • गोंडा
      • गोरखपुर
      • गौतम बुद्ध नगर
      • चंदौली
      • चित्रकूट
      • महाराजगंज
      • महोबा
      • मिर्जापुर
      • मुजफ्फरनगर
      • मुरादाबाद
      • मेरठ
      • मैनपुरी
      • रामपुर
      • रायबरेली
      • लखीमपुर खेरी
      • ललितपुर
      • वाराणसी
      • शामली\
      • शाहजहांपुर
      • श्रावस्ती
      • संत कबीर नगर
      • संत रवीदास नगर
      • संभल
      • सहारनपुर
      • सिद्धार्थनगर
      • सुल्तानपुर
      • सोनभद्र
      • हमीरपुर
      • हर्डर
      • हापुड़
      • हाथरस
    • उत्तराखंड
      ▼
      • देहरादून
      • नैनीताल
      • रुद्रप्रयाग
    • दिल्ली/एन.सी.आर
      ▼
      • उत्तर दिल्ली
      • उत्तर-पश्चिम दिल्ली
      • दक्षिण दिल्ली
      • नयी दिल्ली
      • पश्चिमी दिल्ली
      • पूर्व दिल्ली
      • पूर्वोत्तर दिल्ली
      • मध्य दिल्ली
    • अरुणाचल प्रदेश
    • असम
    • आंध्र प्रदेश
    • ओडिशा
    • कर्नाटक
    • केरल
    • गुजरात
    • गोआ
    • छत्तीसगढ़
    • जम्मू और कश्मीर
    • झारखंड
    • तमिलनाडु
    • त्रिपुरा
    • नागालैंड
    • पंजाब
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मणिपुर
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मिज़ोरम
    • मेघालय
    • राजस्थान
    • सिक्किम
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • देश
  • दुनिया
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
    ▼
    • गैजेट
    • ऑटोमोबाइल
  • मनोरंजन
    ▼
    • बॉलीवुड एक नज़र
    • Celebrity Week
  • लाइफस्टाइल
    ▼
    • फैशन
    • धर्म-अध्यात्म
    • स्वास्थ्य
  • वीडियो
  • नारी डायरी
  • प्रेरणादायक लेख
  • संपर्क
  • Live News
  • Help Corner
    ▼
    • उत्तर प्रदेश
      ▼
      • कानपुर
        ▼
        • कोचिंग
        • टीचर
        • डॉक्टर
        • हॉस्टल