कबीर न्यूज डेस्क- 10 सालों से बन रहा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट (पाक्योंग एयरपोर्ट) अब तैयार हो गया है। इस एयरपोर्ट का महत्व कई मामलों में अहम है। एक तो विदेश राजनीतिक स्तर पर यह एयरपोर्ट अहम भूमिका निभायेगा वहीं पर्यटन की दृष्टि से भी इस एयरपोर्ट का विशेष महत्व है। इस एयरपोर्ट की तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साझा की है। इन तस्वीरों में ही इस एयरपोर्ट की खूबसूरती नजर आती है।
तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पाक्योंग में बने सिक्किम के पहले हवाई अड्डे का उद्घाटन किया है ।साल 2009 में इस ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे की आधारशिला रखे जाने के करीब नौ साल बाद सिक्किम का यह सपना पूरा हो गया है। यह हवाई अड्डा गंगटोक से करीब 33 किलोमीटर दूर है।
अधिकारियों ने बताया कि मोदी हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के बाद पाक्योंग में सेंट जेवियर्स स्कूल में लोगों को संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री बागडोगरा से एमआई-8 हेलीकॉप्टर से रविवार की शाम यहां पहुंचे और सेना के लिबिंग हेलीपैड पर राज्यपाल गंगा प्रसाद, मुख्यमंत्री पवन चामलिंग और अन्य ने उनकी अगवानी की। सेना ने उन्हें सलामी गारद पेश किया।
इस एयरपोर्ट के बन जाने से इस राज्य के पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। चीन की सीमा से लगते इस एयरपोर्ट को काफी अहम माना जा रहा है। उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री पवन चामलिंग और केंद्रीय उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद रहे। इससे पहले पीएम मोदी ने एयरपोर्ट का मॉडल भी देखा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से सिक्किम की कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं। उन्होंने लिखा है, ‘शांत और शानदार, ये तस्वीरें सिक्किम के रास्ते में क्लिक कीं।’ उन्होंने हैशटैग के साथ लिखा, ‘अतुलनीय भारत।’ इस एयरपोर्ट की कई खासियत हैं। यह सिक्किम का पहला और देश का 100वां एयरपोर्ट है। पाक्योंग एयरपोर्ट समुद्र तल से 4500 फीट ऊंचा है। 2008 में इसे मंजूरी मिली थी और 2009 में आधारशिला रखी गई थी।
Glimpses from the Pakyong Airport in Sikkim, which PM @narendramodi will inaugurate tomorrow. pic.twitter.com/h1VD8Khj6g
— PMO India (@PMOIndia) September 23, 2018
तो चलिए अब जानते है इस एयरपोर्ट से जुड़ी खास बाते
यह एयरपोर्ट 201 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 4500 फुट की है। इसे पहाड़ की चोटी पर बनाया गया है जो पाक्योंग गांव के करीब दो किलोमीटर दूर है इसलिए भी इसे पोक्योंग एयरपोर्ट का नाम दिया गया है।
यह भारत-चीन सीमा से 60 किमी दूर है। वायुसेना यहां हर तरह के एयरक्राफ्ट उतार सकेगी। अभी सिक्किम का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट 124 किमी दूर पश्चिम बंगाल के बागडोगरा में है। इस एयरपोर्ट को बनाने में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ( एएआई) ने अपनी अहम भूमिका निभायी अब पोक्योंग एयरपोर्ट के आने से गंगटोक काफी नजदीक हो गया है। इस एयरपोर्ट को बनाने में 605 करोड़ रूपये की लागत आयी है।
कोलकाता और गुवाहाटी के लिए सीधी उड़ानें
दुर्गापूजा से पहले स्पाइसजेट पाक्योंग से कोलकाता और गुवाहाटी के बीच उड़ान शुरू कर देगा। शुरुआती किराया 2,600 रु होगा। बाद में पाक्योंग से भूटान, नेपाल और थाइलैंड तक उड़ानें शुरू होंगी। इसके बन जाने से सिक्किम पहुंचने में 4-5 घंटे का समय बचेगा। सिक्किम 1975 में भारत का 22वां राज्य बना था। पिछले साल 14 लाख पर्यटक सिक्किम घूमने आए थे।
इस एयरपोर्ट के बगल में 75 मीटर लंबी एक अन्य पर्टी के निर्माण का काम चल रहा है। काम पूरा होने के बाद वायुसेना भी इसका इस्तेमाल कर सकेगी। 5 मार्च को पाक्योंग एयरपोर्ट से IAF’s Dornier-228 एयरक्राफ्ट की सफल लैंडिंग और उड़ान का टेस्ट किया गया तो जसल रहा था। इसके बाद दूसरी एयरलाइन ने भी टेस्ट में सफलता हासिल की। योजना है कि पाक्योंग से भूटान, नेपाल और थाइलैंड तक के लिए उड़ानें शुरू होंगी।
View Counter (7)